डेल स्टेन, जिन्हें उनकी गति और घातक स्विंग गेंदबाजी के लिए जाना जाता है, 2008 से 2010 तक दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) के लिए खेले। स्टेन ने अपनी तेज़ रफ्तार और सटीकता से बल्लेबाजों को हमेशा परेशान किया और टीम की गेंदबाजी इकाई का प्रमुख हिस्सा रहे।
डेल स्टेन का योगदान (2008-2010):
तेज गेंदबाजी की रीढ़:
- स्टेन ने दिल्ली डेयरडेविल्स के तेज गेंदबाजी आक्रमण का नेतृत्व किया।
- उनकी घातक आउटस्विंग और यॉर्कर गेंदें विपक्षी बल्लेबाजों के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण रहीं।
गति और सटीकता:
- स्टेन अपनी तेज गति के साथ गेंद को स्विंग कराने में माहिर थे।
- उन्होंने नई गेंद से पावरप्ले में विकेट चटकाकर टीम को शुरुआती बढ़त दिलाई।
प्रमुख प्रदर्शन:
- 2009: स्टेन की धारदार गेंदबाजी ने दिल्ली को लीग स्टेज में शीर्ष पर पहुंचने में मदद की।
- उनका सबसे यादगार प्रदर्शन: किंग्स XI पंजाब के खिलाफ एक मैच में 4 ओवर में सिर्फ 8 रन देकर 2 विकेट।
आईपीएल में डेल स्टेन का रिकॉर्ड (दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए):
- मैच खेले: 28
- विकेट: 23
- इकोनॉमी रेट: 6.88 (बेहद किफायती गेंदबाजी)।
- सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन: 3/18
दिल्ली डेयरडेविल्स के बाद:
- 2011 में स्टेन डेक्कन चार्जर्स में चले गए और वहां भी उन्होंने अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया।
- बाद में वह सनराइजर्स हैदराबाद और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेले।
दिल्ली के लिए डेल स्टेन का प्रभाव:
डेल स्टेन ने अपनी घातक गेंदबाजी से दिल्ली डेयरडेविल्स की गेंदबाजी इकाई को मजबूती दी। उनकी सटीकता और अनुभव ने टीम को शुरुआती वर्षों में बड़ा सहारा दिया। वह आईपीएल इतिहास के सबसे सफल तेज गेंदबाजों में से एक माने जाते हैं।